Published : September 2022
Binding : Paperback ( 8″ x 5″)
Pages : 105 pages
ISBN : 978-81-956660-0-3
Language : Hindi
Genre : Fiction, Romance
अमित काफ़ी वक्त के बाद दिल्ली से अपने घर पटना आया है। बहुत कुछ पहले जैसा ही है यहाँ, लेकिन कुछ ऐसा भी है जो बदल गया है। अनु, जिससे शायद वह इस दुनिया में सबसे ज़्यादा प्यार करता है, इस बार अमित के साथ नहीं है। वह कहाँ है और कैसी है, अमित या तो ये जानता नहीं, या लोगों को, ख़ासकर अपने सबसे अच्छे दोस्त शिवेंद्र को, बताना नहीं चाहता।
एक हलचल-सी मची है अमित के अंतर्मन में; एक ऐसा तूफ़ान जो उसे अपने अतीत की कुछ ख़ास यादों में खींचा ले जा रहा, जहाँ उस ने गंगा नदी से ले कर जामा मस्जिद तक का सफ़र तय किया है एक तलाश में। क्या ये तलाश अनु को पाने की है, या फिर वह खुद को ढूँढ रहा है?अमित के इसी सफ़र को बयाँ करती है यादों की आवाज़, और तुम।
लेखक का विवरण:
शुभांग सौरभ हिंदी और अंग्रेज़ी के लेखक और कवि हैं जिनकी संरचनाएँ कई वेबसाइट्स, ब्लॉग्ज़, और ऑनलाइन फ़ोरम्ज़ पर प्रकाशित हो चुकी हैं। पेशे से वह एक कांटेंट राइटर और प्रोजेक्ट मैनेजर हैं जो फ़िलहाल टोरोंटो (कनाडा) स्थित एक डिजिटल मार्केटिंग एजेन्सी में काम करते हैं। शुभांग मूलतः पटना, बिहार से हैं और टोरोंटो के पहले पुणे, बंगलुरु, मुंबई, और नयी दिल्ली में रह चुके हैं। शुभांग की कहानियाँ और कविताएँ विभिन्न साहित्यकारों की कृतियों से प्रेरित हैं जिनमें प्रेमचँद, जे. आर. आर. टोल्कीन, मैत्रेयी पुष्पा, शरत चंद्र चट्टोपाध्याय, सर आर्थर कोनन डॉयल, और जे. के. रोलिंग सर्वोपरि हैं। ‘यादों की आवाज़, और तुम’ शुभांग की पहली हिंदी उपन्यास है। शुभांग अपनी कई रचनाएँ ‘रॉनिन’ उपनाम से भी लिखते हैं।
About the Book:
It has been quite a while since Amit visited Patna, his hometown, from New Delhi. Not much has changed here since he last left the city. However, some things are definitely different than before. Anu, whom Amit loves probably more than anyone else in the entire world, is not with him this time. Where is she and how is she doing? Either Amit doesn’t know about it, or he just doesn’t want to discuss it with anyone, especially with his best friend, Shivendra. There is a storm going on inside him that is pulling him towards certain particular memories of his past, where Amit has travelled from the river Ganga to Jama Masjid, in search of something or someone. Is this search to find Anu, or is Amit looking for himself? ‘Yaadon Ki Aawaaz Aur Tum’ tells the tale of this journey of Amit.
Yaadon Ki Aawaaz, Aur Tum is Shubhang Saurav’s debut book – a lovely romantic-bildungsroman novel in Hindi.
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